हिंदी प्रेरक कहानी: मनुष्य का प्रथम गुण

बंटी! चलो खाना खालो! अन्दर रसोई से मां ने बंटी को आवाज लगाई। नहीं, मैं खाना नहीं खाऊंगा बंटी ने अपने कमरे से ही मुंह फुलाए उत्तर दिया। क्यों! क्यों नहीं खाओगे?

New Update
cartoon image of a mother and son

मनुष्य का प्रथम गुण

Listen to this article
0.75x 1x 1.5x
00:00 / 00:00

हिंदी प्रेरक कहानी: मनुष्य का प्रथम गुण:-  "बंटी! चलो खाना खालो!" अन्दर रसोई से मां ने बंटी को आवाज लगाई। (Stories | Motivational Stories)

“नहीं, मैं खाना नहीं खाऊंगा” बंटी ने अपने कमरे से ही मुंह फुलाए उत्तर दिया।

“क्यों! क्यों नहीं खाओगे?” मां कमरे में प्रवेश करती हुई बोली।

“नट्टू ने मेरी कमीज पहन ली है”। बंटी मुंह फेरते हुए बोला। “तो क्या हुआ। नट्टू तुम्हारा छोटा भाई है” मां बंटी के पास बैठती हुई बोली। “पर कमीज तो मेरी है न!” तभी मां ने बंटी को प्यार से संवारते हुए उससे पूछा- “बेटे क्या तुम जानते हो मनुष्य का प्रथम गुण क्या है?”

“नहीं!” “तो सुनो, एक गांव में एक ब्राहमण रहता था वह बड़े ही लालची स्वभाव का था। वह किसी को भी अपनी वस्तु देना तो दूर लेने के नाम से उसे छूने तक नहीं देता था”। (Stories | Motivational Stories)

cartoon image of a mother and son

एक दिन किसी काम से उसे शहर जाना पड़ा, रास्ते में एक आदमी से उसकी मुलाकात हुई वह भी शहर जा रहा था, दोनो साथ मिलकर...

एक दिन किसी काम से उसे शहर जाना पड़ा, रास्ते में एक आदमी से उसकी मुलाकात हुई वह भी शहर जा रहा था, दोनो साथ मिलकर बातें करते हुए शहर की ओर बढ़ने लगे।
बीच रास्ते में उन्होने एक पोटली देखी। देखते ही ब्राहमण ने झट से पोटली उठा ली और उसे खोल कर देखा। पोटली में ढेर सारे सोने के सिक्के थे उसने तुरन्त उस पोटली को अपने झोले में डाल दिया। तभी उसके साथी ने उससे कहा, भाई देखो उस पोटली पर मेरा भी अधिकार है। क्योंकि हम दोनो ने उसे एक साथ देखा था। अतः मुझे भी उसमें से कुछ सिक्के दे दो। 

यह सुनकर ब्राहमण ने कहा- “वाह! तुम्हें क्यों दू? मैं बिल्कुल नहीं दूंगा, इस पर सिर्फ मेरा ही अधिकार है क्योंकि मैंने पहले उठाया है” ये सुनकर उसके साथी ने कहा “ठीक है भाई यदि मुझे रंजमात्र भी हिस्सा नहीं देना चाहते तो मैं कदापि नहीं लूंगा”। (Stories | Motivational Stories)

शहर में आकर दोनो अलग हो गए और अपने अपने काम निपटाने लगे। ब्राहमण एक दुकान से सामान खरीद कर पैसे दे रहा था कि एक चोर की निगाह उसी पोटली पर पड़ी। चोर आहिस्ते से उसके हाथ में धरे झोले को झपट कर ऐसे भागा कि ब्राहमण ठगा सा रह गया, ब्राहमण के शोर मचाने से पहले वह भीड़ में न जाने कहां खो गया पता न चला। वह सिर पर हाथ धर के रोने लगा, अब उसके पास कुछ खाने के लिए भी पैसे नहीं थे, सारे उसके अपने पैसे एवं पाए हुए सोने के सिक्के तो उसी झोले में थे।

शाम को भूखे प्यासे वह अपने गांव लौट रहा था तब रास्ते में उसी आदमी से उसकी मुलाकात हुई वह भी अपने घर लौट रहा था, उसने ब्राहमण की दयनीय स्थिति देखी और उससे पूछा- “कहो मित्र क्या बात है तुम बड़े परेशान नजर आ रहे हो? ब्राहमण ने उसे अपनी सारी कहानी बाताई और कहा, मैं बहुत भूखा हूं, अब बिना कुछ खाए मुझसे एक कदम भी चला नहीं जा रहा है”।

cartoon image of a mother and son

यह सुनकर उस आदमी ने लड़खड़ाते हुए ब्राहमण को सहारा देते हुए एक वृक्ष की छाया के नीचे बिठाया और अपने झोले से रोटी निकाल कर उसे देते हुए बोला। “लो मित्र तुम इसे खा लो इसमें तुम्हें कुछ शान्ति मिलेगी”।

तब ब्राहमण रोटी लेते हुए अपने किए हुए कर्म पर पश्चाताप करते हुए उससे पूछा मित्र एक मै हूं जो रास्ते में पाए हुए पराये धन का एक हिस्सा भी तुम्हें नहीं दिया और एक तुम हो जो अपने हिस्से की रोटी मुझे दे दी। और वह रो पड़ा। यह सुनकर उस आदमी ने उसे चुप कराते हुए कहा बंधु! सहनशक्ति और त्याग का गुण मनुष्य का प्रथम गुण है, इसे जीवन में सदा अपनाए रखना चाहिए।

तब कहानी समाप्त करके मां ने बंटी से पूछा- “बेटा अब बताओ तुम्हारा क्या इरादा है?” यह सुनकर बंटी ने मां के गले में हाथ डालते हुए जवाब दिया- “तुम ठीक कहती हो मां, नट्टू मेरा छोटा भाई है उसे मेरी कमीज पहनने का पूरा अधिकार है”। (Stories | Motivational Stories)

यह भी पढ़ें:-

हिंदी प्रेरक कहानी: प्रार्थना और भगवान

हिंदी प्रेरक कहानी: मातृ भक्त बालक

बच्चों की हिंदी प्रेरक कहानी: मामूली सा पत्थर

Motivational Story: मन की पूजा

#Bachon ki hindi prerak kahani #मज़ेदार बाल कहानी #Hindi Motivational Stories #Short Motivational Stories #bachon ki hindi kahaniyan #बच्चों की बाल कहानियां #choti hindi prerak kahani #lotpot E-Comics #बच्चों की हिंदी कहानी #बच्चों की कहानियाँ #छोटी कहानी #छोटी कहानियाँ #hindi prerak kahani #Short Hindi Stories #बच्चों की प्रेरक हिंदी कहानी #छोटी बाल कहानी #hindi motivational story for kids #bachon ki hindi motivational story #Kids Hindi Motivational Story #बच्चों की प्रेरणादायक हिंदी कहानी #Hindi Bal Kahaniya #बच्चों की मजेदार हिंदी कहानी #Bal Kahaniyan #मजेदार छोटी हिंदी कहानी #Best Hindi Bal kahani #short stories for kids #Short Motivational Stories in Hindi #Hindi Bal Kahani #बच्चों की छोटी कहानी #bachon ki majedar hindi kahani #बाल कहानियां #Bal Kahani in Hindi #छोटी प्रेरक कहानी #kids hindi short stories #kids short stories in hindi #मजेदार छोटी कहानी #short hindi motivational story #बच्चों की छोटी हिंदी कहानी #लोटपोट #बच्चों की बाल कहानी #बाल कहानी #बच्चों की कहानी #छोटी मजेदार कहानी #bachcon ki hindi kahani #हिंदी बाल कहानी #बच्चों की हिंदी कहानियाँ #Hindi Bal Kahaniyan #बच्चों की प्रेरक कहानियाँ #Hindi Bal kahania #मज़ेदार छोटी कहानी #मजेदार बाल कहानियां #kids short stories #मजेदार बाल कहानी #majedar bal kahani #हिंदी बाल कहानियाँ #bachon ki hindi kahani #लोटपोट ई-कॉमिक्स #छोटी शिक्षाप्रद कहानी #hindi short Stories #Hindi Motivational Story #short stories #Bal kahani #short hindi stories for kids #छोटी हिंदी प्रेरक कहानी #hindi prerak kahaniyan #प्रेरक हिंदी कहानी #bachon ki hindi prerak kahaniyan #छोटी हिंदी कहानी #छोटी हिंदी कहानियाँ #Lotpot